STORYMIRROR

आह को परखना सीख लिया है अब कोई गम नहीं यादें हर साल अब तक अब तड़पना नहीं है नहीं होता अब इन्तजार वक्त इतना नहीं अब पुरुषार्थ जीवित नहीं

Hindi हर आह पे अब दिल घबराता नहीं Poems